मलयालम फिल्म इंडस्ट्री इस समय एक चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रही है। कई दशकों से, मोहनलाल, ममूटी, जयराम और सुरेश गोपी जैसे अभिनेता केरल सिनेमा की रीढ़ बने हुए हैं। इनके बाद पृथ्वीराज सुकुमारन, फहाद फासिल और दिलकीर सलमान जैसे प्रतिभाशाली युवा अभिनेता इंडस्ट्री में आए हैं।
हालांकि, इन सबके बीच इंडस्ट्री में अचानक से यौन शोषण के मामलों का खुलासा होने लगा है। यह सब जस्टिस हेमा कमिटी की रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद शुरू हुआ। इस रिपोर्ट ने पिछले 5 वर्षों से ठंडे बस्ते में पड़ी हुई थी और अब इसे लेकर इंडस्ट्री में हलचल मच गई है।
WCC और हेमा कमिटी रिपोर्ट
मलयालम फिल्मों में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उनके लिए न्याय की मांग करने वाले संगठन ‘वुमेन इन सिनेमा कलेक्टिव’ (WCC) का गठन नवंबर 2017 में एक सोसाइटी के रूप में किया गया था। इस संगठन की नींव मई 2017 में रखी गई, जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की कई प्रमुख अभिनेत्रियाँ, महिला निर्देशक, और तकनीशियन शामिल थीं। इनमें मनु वॉरियर, पार्वती, भावना, अंजलि मेनन, गीतू मोहनदास, विधु विन्सेंट, रीमा कल्लिंगल, रेम्या नम्बीशन, दीदी दामोदरन, और सुरभि लक्ष्मी जैसी महिलाएँ प्रमुख रूप से शामिल थीं।
इन महिलाओं ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से मिलकर अपनी मांगें प्रस्तुत कीं, जिसमें उन्होंने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ हो रहे लिंग भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया। 2017 में एक गंभीर मामला सामने आया, जिसमें अभिनेत्री कार्तिका मेनन उर्फ भावना का अपहरण कर चलती कार में यौन शोषण किया गया। इस घटना में अभिनेता दिलीप का नाम सामने आया, जिसके बाद भावना को फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी पड़ी।
इस घटना के बाद WCC की पहल पर केरल उच्च न्यायालय की रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जस्टिस हेमा कमिटी का गठन किया गया। इस कमिटी ने दिसंबर 2019 में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी, जो अब तक ठंडे बस्ते में पड़ी थी। हाल ही में इसे सार्वजनिक किया गया है, जिससे मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में एक के बाद एक कई घटनाओं का खुलासा हो रहा है। पीड़िताओं ने भी अब खुलकर अपनी आवाज उठानी शुरू कर दी है, जिससे इंडस्ट्री में हड़कंप मच गया है। वर्तमान में भी रोज नए-नए आरोप सामने आ रहे हैं, जिससे इंडस्ट्री में एक ठहराव की स्थिति बनी हुई है।
एक के बाद एक आरोप, AMMA अध्यक्ष मोहनलाल का इस्तीफा
एक के बाद एक आरोपों के बीच, ‘एसोसिएशन ऑफ मलयालम फिल्म आर्टिस्ट्स’ (AMMA) के अध्यक्ष मोहनलाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अभिनेत्री मीनू मुनीर ने अभिनेता जयसूर्या, मुकेश और एडवेला बाबू पर आरोप लगाए हैं, जबकि अभिनेत्री शर्मिला ने फिल्म निर्देशक हरिहरन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एक युवा अभिनेता ने निर्देशक रंजीत पर आरोप मढ़ा है, और एक अन्य अभिनेत्री ने अभिनेता सिद्दीकी के खिलाफ शिकायत की है। इन आरोपों की सूची में CPI(M) विधायक M मुकेश का नाम भी FIR में शामिल है। मणियनपिल्लई राजू, निर्देशक VK प्रकाश, और प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव विचू और नोबेल भी उन लोगों में शामिल हैं जिनके खिलाफ केस दर्ज हुआ है।
इन घटनाओं के बीच मोहनलाल ने AMMA के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते हुए कहा कि वे सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं से भाग नहीं रहे हैं, बल्कि काफी समय से केरल से बाहर थे और अपनी आने वाली फिल्म Barroz 3D में व्यस्त थे। उन्होंने हेमा कमिटी की रिपोर्ट का स्वागत करते हुए कहा कि AMMA कोई ट्रेड यूनियन नहीं है, बल्कि 500 सदस्यों का एक परिवार है। उन्होंने इंडस्ट्री में हो रही घटनाओं के लिए सभी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि इस एक मुद्दे को लेकर पूरी फिल्म इंडस्ट्री को बर्बाद नहीं किया जाना चाहिए।
मोहनलाल ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री को यहां तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और उन्होंने कहा, “पुलिस और अदालत आरोपितों पर कार्रवाई करने के लिए हैं। इस मुद्दे को एक बड़े अभियान की शुरुआत के रूप में देखा जाना चाहिए। अन्य भाषाओं के फिल्मकार भी मुझसे संपर्क कर रहे हैं, और मैं उन्हें भी ऐसी कमिटी बनाने की सलाह दे रहा हूँ। यह मलयालम फिल्मों के लिए सर्वश्रेष्ठ समय है, दक्षिण भारतीय फिल्में दुनियाभर में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं। कानून अपना काम करेगा, लेकिन इंडस्ट्री को तबाह नहीं किया जाना चाहिए।”
मोहनलाल को बदनाम करने के लिए पीछे पड़ा ‘The News Minute’?
मोहनलाल किसी साधारण अभिनेता का नाम नहीं है। वे पिछले 44 वर्षों से फिल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं और 1986 तक मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में स्टार का दर्जा हासिल कर चुके थे। 90 के दशक में, उन्होंने ममूटी के साथ मिलकर खुद को मलयालम सिनेमा के सबसे बड़े सुपरस्टार के रूप में स्थापित किया। उनके फैंस उन्हें प्यार से ‘लालेट्टन’ कहते हैं। 2016 में, उनकी फिल्मों ने 378 करोड़ रुपए का कारोबार किया, जिससे वह बॉलीवुड के आमिर खान, सलमान खान, और अक्षय कुमार के बाद सबसे सफल अभिनेता बने।
अब बात करते हैं दक्षिण भारत के एक मीडिया पोर्टल ‘The News Minute’ की, जिसे पत्रकार धन्या राजेंद्रन चलाती हैं। धन्या राजेंद्रन वही पत्रकार हैं, जिन्होंने भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड्स के मामले में निशाना बनाया था, लेकिन DMK को मिले पैसों का बचाव किया था। जब मुस्लिम महिलाएँ वॉशरूम में हिंदू महिलाओं के वीडियो शूट कर रही थीं, तो उन्होंने इसे “प्रैंक” कहा था। उनका मीडिया संस्थान अक्सर भाजपा के खिलाफ खबरें प्रकाशित करने के लिए जाना जाता है।
अब आते हैं असली मुद्दे पर। हाल ही में, ‘The News Minute’ ने केरल की फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण की घटनाओं पर एक खबर प्रकाशित की। इस खबर में मोहनलाल की तस्वीर का उपयोग किया गया था, जबकि न तो मोहनलाल पर किसी भी प्रकार का यौन शोषण का आरोप लगा है, न ही किसी महिला अभिनेत्री ने उन्हें लेकर कोई बुरा अनुभव साझा किया है, और न ही उन्होंने किसी आरोपित का बचाव किया है। फिर भी उनकी तस्वीर का इस्तेमाल यौन शोषण से जुड़ी खबर में करना, लोगों को समझ नहीं आया।
धन्या राजेंद्रन ने अपने मीडिया संस्थान का एक लिंक शेयर किया, जिसमें मोहनलाल की तस्वीर लगी थी। शेयरिंग टेक्स्ट में उन्होंने लिखा कि अभिनेत्री राधिका शरतकुमार ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में पुरुषों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। हालांकि, जब आप लिंक खोलकर देखते हैं, तो पूरे पेज पर एक बार भी मोहनलाल का नाम नहीं लिया गया है। इसे उनके खिलाफ एक सुनियोजित चरित्र हनन बताया जा रहा है, और यह आलोचना कुछ हद तक सही भी लगती है।
जिसे मान रहे भाजपा-RSS का करीबी उन सभी को बनाया जा रहा निशाना?
मोहनलाल के समर्थकों का मानना है कि अभिनेता को बदनाम करने का यह प्रयास उनके भाजपा-आरएसएस से जुड़े होने के कारण हो सकता है। मोहनलाल का भाजपा के साथ संबंधों को लेकर अक्सर चर्चा होती रही है, खासकर जब उन्होंने सितंबर 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान, उन्होंने अपने ‘विश्वशांति फाउंडेशन’ द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्यों की जानकारी दी थी। कुछ लोगों का मानना है कि आरएसएस मोहनलाल को भाजपा के संभावित चेहरे के रूप में देख रहा है, और इसीलिए वे निशाने पर हैं।
मलयालम सिनेमा के एक अन्य बड़े अभिनेता सुरेश गोपी ने भाजपा के टिकट पर केरल के त्रिशूर से जीत हासिल की थी, जो कि भाजपा की केरल में पहली जीत थी। केरल, जो वामपंथ का गढ़ माना जाता है, वहाँ भाजपा की बढ़ती ताकत को लेकर पहले से ही चिंता है। सबरीमाला मंदिर के पारंपरिक रीति-रिवाजों की रक्षा के लिए हुए आंदोलनों में भाग लेने वालों पर मुकदमे दर्ज हुए, और राज्य में मुस्लिम और ईसाई प्रभाव भी बढ़ रहा है। इन परिस्थितियों में, यदि भाजपा से जुड़ी फिल्मी हस्तियाँ लोकप्रिय होती हैं, तो यह केरल की राजनीतिक संतुलन को प्रभावित कर सकता है।
दक्षिण भारत में सिनेमा का गहरा प्रभाव है, जैसा कि तमिलनाडु में एमजीआर, करुणानिधि और जयललिता के साथ देखा गया था, और आंध्र प्रदेश में एनटीआर और पवन कल्याण के साथ। केरल में, जहाँ लंबे समय से कांग्रेस और सीपीएम गठबंधन का दबदबा रहा है, यह आशंका जताई जा रही है कि मोहनलाल को बदनाम करने के पीछे उन्हें भाजपा का करीबी बताने की चर्चाओं को रोकना हो सकता है, ताकि अन्य अभिनेता भी भाजपा से जुड़ने से डरें।
इसके अलावा, कुछ फैंस का मानना है कि यह मामला कोच्चि और तिरुवनंतपुरम समूहों के बीच चल रहे टकराव का भी परिणाम हो सकता है। मलयालम सिनेमा में तिरुवनंतपुरम समूह का दबदबा कम होने और कोच्चि समूह का बढ़ना, फिल्म इंडस्ट्री के और भी ज़्यादा वोक होने की दिशा में देखा जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हेमा कमिटी रिपोर्ट में फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स और पार्टियों के जरिए चल रही एक समानांतर अर्थव्यवस्था का उल्लेख है, जिसे लेकर कई मीडिया संस्थान चुप्पी साधे हुए हैं।
ड्रग्स माफिया पर चुप क्यों हैं धन्या राजेंद्रन और उनका ‘The News Minute’
‘The News Minute’ पर आपको मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में फैले ड्रग्स माफिया से जुड़ी खबरें शायद ही देखने को मिलेंगी। सवाल उठता है कि मोहनलाल का नाम यौन शोषण के मामलों में घसीटा जा रहा है, जबकि उन पर कोई आरोप नहीं है, और वहीं ड्रग्स कार्टेल से जुड़े बड़े नामों पर पर्दा डाला जा रहा है। हेमा कमिटी की रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि इंडस्ट्री में कई अपराध ड्रग्स के नशे में किए गए हैं, और कई युवा अभिनेता इसके आदी हो चुके हैं। हालांकि, इस गंभीर मुद्दे पर न तो सरकार बोल रही है और न ही ‘The News Minute’ जैसी संस्थाएं।
खुफिया विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, हालिया मलयालम फिल्मों की शूटिंग के दौरान सेट पर ही ड्रग्स का इस्तेमाल हो रहा है, और शूटिंग के बाद होने वाली पार्टियों में भी खुलेआम ड्रग्स का सेवन किया जाता है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पुलिस और एक्साइज विभाग के पास इसकी जानकारी है, लेकिन फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। पिछले एक दशक से ड्रग्स का यह चलन इंडस्ट्री में जारी है। मिमिक्री आर्टिस्ट और अभिनेता टिनी टॉम ने भी कहा था कि उन्होंने अपने बेटे को एक फिल्म में रोल करने से मना कर दिया था, क्योंकि सेट पर ड्रग्स का इस्तेमाल होता था।
गायिका सुचित्रा ने अभिनेत्री रीमा कल्लिंगल पर ड्रग्स पार्टियाँ आयोजित करने का आरोप लगाया था, जिनमें मादक पदार्थों का इस्तेमाल आम था। रीमा कल्लिंगल ‘Women in Cinema Collective’ (WCC) की सदस्य भी हैं, जो यौन शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का दावा करता है। लेकिन ‘The News Minute’ में इस मुद्दे पर कोई खबर क्यों नहीं दिखती? इसका कारण हो सकता है कि धन्या राजेंद्रन और रीमा कल्लिंगल की मित्रता। एक वैश्विक टूर के दौरान इन दोनों की एक तस्वीर भी सार्वजनिक हुई थी, जिससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि धन्या का इस मामले में व्यक्तिगत हित हो सकता है।
धन्या ने हेमा कमिटी की रिपोर्ट पर रीमा से बातचीत भी की, लेकिन ड्रग्स माफिया और पार्टियों पर चुप्पी साधी हुई है। इससे सवाल उठता है कि क्या यह मुद्दा सिर्फ क्लिकबेट या सब्सक्रिप्शन मॉडल को सफल बनाने के लिए है, या इसके पीछे कोई और बड़ी मंशा है?
मोहनलाल की तस्वीर का बिना किसी तुक इस्तेमाल करना और ड्रग्स कार्टेल के खिलाफ चुप्पी साधे रखना, ये सारी बातें इशारा करती हैं कि उद्देश्य सिर्फ मीडिया सनसनी नहीं, बल्कि कुछ गहरे खेल की ओर है। ऐसा लगता है कि भाजपा से जुड़े लोगों को धमकाने और हिंदू विरोधी समूहों को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के कृत्य किए जा रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
क्या मोहनलाल पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं?
नहीं, मोहनलाल पर किसी भी यौन शोषण का आरोप नहीं लगा है। इसके बावजूद, ‘The News Minute’ ने एक यौन शोषण से संबंधित खबर में उनकी तस्वीर का उपयोग किया, जो विवाद का कारण बना।
‘The News Minute’ ने मोहनलाल को किस संदर्भ में निशाना बनाया?
‘The News Minute’ ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण की घटनाओं पर एक खबर में मोहनलाल की तस्वीर का इस्तेमाल किया, हालांकि खबर में उनका नाम तक नहीं था। इसे उनके खिलाफ एक सुनियोजित चरित्र हनन माना जा रहा है।
क्या धन्या राजेंद्रन का ‘The News Minute’ ड्रग्स माफिया के मुद्दे पर रिपोर्टिंग कर रहा है?
नहीं, ‘The News Minute’ ने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में ड्रग्स माफिया के मुद्दे पर कोई विस्तृत रिपोर्टिंग नहीं की है, जबकि हेमा कमिटी की रिपोर्ट में ड्रग्स माफिया का जिक्र किया गया है।
क्या मोहनलाल को भाजपा या RSS का करीबी माना जाता है?
हाँ, मोहनलाल का भाजपा और RSS से करीबी संबंध माना जाता है। 2018 में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसके बाद से वे भाजपा समर्थकों के बीच लोकप्रिय हो गए थे।
क्या रीमा कल्लिंगल पर ड्रग्स पार्टियों में शामिल होने का आरोप लगा है?
हाँ, गायिका सुचित्रा ने अभिनेत्री रीमा कल्लिंगल पर ड्रग्स पार्टियाँ आयोजित करने का आरोप लगाया था। रीमा ‘Women in Cinema Collective’ (WCC) की सदस्य भी हैं।
क्या ‘The News Minute’ का रीमा कल्लिंगल से संबंध है?
हाँ, ऐसा माना जाता है कि धन्या राजेंद्रन और रीमा कल्लिंगल के बीच मित्रता है, जिसके कारण ‘The News Minute’ ने रीमा पर लगे ड्रग्स के आरोपों पर रिपोर्टिंग नहीं की।
निष्कर्ष
मोहनलाल के खिलाफ ‘The News Minute’ द्वारा उठाए गए सवाल और आरोपों का विश्लेषण करते हुए, यह स्पष्ट होता है कि मीडिया संस्थान के रिपोर्टिंग के पीछे कई जटिल कारक हैं। हालांकि मोहनलाल पर यौन शोषण का कोई आरोप नहीं है, उनकी तस्वीर का इस्तेमाल इस तरह की खबरों में उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया प्रतीत होता है।
‘The News Minute’ ने ड्रग्स माफिया के मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है, जबकि हेमा कमिटी की रिपोर्ट में इस विषय पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह असामान्य लगता है कि एक मीडिया संस्थान जो यौन शोषण के मामलों पर मुखर है, वह ड्रग्स माफिया के मुद्दे पर मौन क्यों है। इससे यह धारणा बनती है कि धन्या राजेंद्रन और उनके मीडिया संस्थान का यह व्यवहार व्यक्तिगत संबंधों और संभावित राजनीतिक एजेंडों से प्रभावित हो सकता है।