राहुल गांधी ने किया आरक्षण समाप्त करने का प्लान उजागर, मायावती और चिराग पासवान ने किया घेराव: कहा- कांग्रेस आरक्षण विरोधी, इनके नाटकों से रहें सावधान

Joseph L. Crain
Joseph L. Crain

आरक्षण खत्म करने की वकालत पर घिरे राहुल गांधी

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आरक्षण समाप्त करने के बयान पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उनके इस बयान के खिलाफ केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और बसपा सुप्रीमो मायावती ने सख्त प्रतिक्रिया दी है।

मायावती की चेतावनी

मायावती ने ट्विटर पर राहुल गांधी के बयान की आलोचना करते हुए लिखा, “कांग्रेस पार्टी ने केंद्र में लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए OBC आरक्षण को लागू नहीं किया और जातीय जनगणना कराने का कोई प्रयास नहीं किया। अब ये पार्टी सत्ता में आने के लिए आरक्षण के मुद्दे का इस्तेमाल कर रही है। राहुल गांधी के विदेश में दिए गए बयान से सतर्क रहना चाहिए, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत बेहतर स्थिति में होने पर SC, ST, OBC का आरक्षण समाप्त कर दिया जाएगा।”

उन्होंने आगे कहा, “इन वर्गों के लोग राहुल गांधी के इस घातक बयान से सावधान रहें। कांग्रेस सत्ता में आने पर अपने बयान की आड़ में आरक्षण समाप्त कर सकती है। कांग्रेस की हमेशा से आरक्षण विरोधी सोच रही है। जब तक जातिवाद समाप्त नहीं हो जाता, तब तक आरक्षण जारी रहना आवश्यक है।”

चिराग पासवान का आक्षेप

केंद्रीय मंत्री और लोजपा (आर) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी राहुल गांधी पर हमला बोला। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “राहुल गांधी के बयान ने कांग्रेस की मानसिकता का पर्दाफाश किया है। कांग्रेस की प्राथमिकता हमेशा से बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिए गए आरक्षण को समाप्त करने की रही है। आरक्षण को समाप्त करना तो दूर, किसी को भी इस प्रावधान में छेड़छाड़ की हिम्मत नहीं करनी चाहिए।”

भाजपा सांसद बृज लाल की प्रतिक्रिया

भाजपा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP बृज लाल ने भी राहुल गांधी पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के बयान से कांग्रेस की वास्तविक सोच उजागर हो गई है। बृज लाल ने याद दिलाया कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने 1961 में SC आरक्षण का विरोध किया था और राहुल गांधी का बयान कांग्रेस की इसी पुरानी सोच का हिस्सा है।

अमेरिका में दिए गए बयान से विवाद

यह पूरा विवाद राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ। हाल ही में, जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने आरक्षण समाप्त करने पर बात की थी। जब उनसे भारत में जातिगत आरक्षण समाप्त करने का सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “हम आरक्षण समाप्त करने पर विचार तब करेंगे जब भारत में निष्पक्षता होगी। वर्तमान में भारत में निष्पक्षता नहीं है, और कुछ ऊँची जातियों के लोग भी यह सवाल उठा रहे हैं कि हमें क्यों सजा मिल रही है।”

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

राहुल गांधी ने आरक्षण समाप्त करने के बारे में क्या कहा?

राहुल गांधी ने अमेरिका में एक बयान में कहा कि भारत में आरक्षण को तब समाप्त किया जाएगा जब देश में निष्पक्षता होगी। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान में भारत में निष्पक्षता की कमी है।

राहुल गांधी के बयान पर चिराग पासवान और मायावती ने क्या प्रतिक्रिया दी?

चिराग पासवान ने राहुल गांधी के बयान को कांग्रेस की आरक्षण विरोधी मानसिकता का प्रमाण बताया और कहा कि कांग्रेस आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में काम कर रही है। मायावती ने राहुल गांधी के बयान को घातक करार दिया और चेतावनी दी कि कांग्रेस सत्ता में आते ही आरक्षण समाप्त कर सकती है।

मायावती ने राहुल गांधी के बयान के बारे में क्या कहा?

मायावती ने राहुल गांधी के बयान को ट्विटर पर आलोचित किया और कहा कि कांग्रेस ने लंबे समय तक सत्ता में रहते हुए OBC आरक्षण को लागू नहीं किया। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस सत्ता में आने पर आरक्षण को समाप्त करने का प्रयास कर सकती है।

चिराग पासवान ने राहुल गांधी के बयान पर क्या टिप्पणी की?

चिराग पासवान ने राहुल गांधी के बयान को कांग्रेस की मानसिकता का पर्दाफाश बताया और कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता हमेशा से आरक्षण को समाप्त करने की रही है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी को भी आरक्षण के प्रावधान में छेड़छाड़ करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

भाजपा सांसद बृज लाल ने राहुल गांधी के बयान पर क्या कहा?

भाजपा सांसद बृज लाल ने राहुल गांधी के बयान को कांग्रेस की वास्तविक सोच का परिचायक बताया। उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने SC आरक्षण का विरोध किया था और राहुल गांधी का बयान इसी सोच का हिस्सा है।

यह विवाद किस संदर्भ में शुरू हुआ?

यह विवाद राहुल गांधी के अमेरिका के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में दिए गए बयान के बाद शुरू हुआ। राहुल गांधी ने उस दौरान आरक्षण समाप्त करने के मुद्दे पर बात की थी, जिसके बाद यह विवाद उठ खड़ा हुआ।

निष्कर्ष

राहुल गांधी के आरक्षण समाप्त करने के बयान ने भारतीय राजनीति में एक नई हलचल मचा दी है। उनके बयान के बाद मायावती और चिराग पासवान ने कांग्रेस की आरक्षण विरोधी सोच पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि उसकी

सत्ता में रहते हुए आरक्षण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और अब वह सत्ता में आने पर आरक्षण को समाप्त करने की योजना बना रही है। वहीं, चिराग पासवान ने कांग्रेस की प्राथमिकताओं को उजागर करते हुए इसे आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में एक कदम बताया है।

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