RG कर मेडिकल कॉलेज रेपकांड: संदीप घोष पर सबूत नष्ट करने का आरोप, BJP का दावा – पूर्व प्रिंसिपल ने घटना के अगले दिन जारी किया रेनोवेशन ऑर्डर

Joseph L. Crain
Joseph L. Crain

संदीप घोष पर गंभीर आरोप

RG कर मेडिकल कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के रेप और हत्या के मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर सबूत मिटाने का आरोप लग रहा है। मृतका के माता-पिता और जूनियर्स डॉक्टरों ने संदीप घोष पर सबूत नष्ट करने का आरोप लगाया है। इस बीच, एक पत्र वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि संदीप घोष ने रेप-मर्डर के दूसरे ही दिन अस्पताल के सेमिनार हॉल में तोड़फोड़ और सबूत मिटाने की कोशिश की थी।

बीजेपी का आरोप: रेनोवेशन ऑर्डर

5 सितंबर 2024 को पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि रेप की घटना के अगले दिन ही पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष ने सेमिनार हॉल के पास रेनोवेशन का ऑर्डर दिया था। यह सेमिनार हॉल वही जगह है जहाँ डॉक्टर की हत्या की गई थी। सुकांत मजूमदार ने संदीप घोष द्वारा जारी पत्र को भी साझा किया है, जिसमें उनके हस्ताक्षर देखे जा सकते हैं।

वायरल पत्र और सीबीआई की टिप्पणी

पत्र में संदीप घोष ने लोक निर्माण विभाग को टॉयलेट रेनोवेशन की अनुमति देने के लिए लिखा था। उन्होंने ऑन ड्यूटी डॉक्टरों के लिए नए टॉयलेट रूम बनाने का आदेश दिया था। पत्र में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि संदीप घोष ने लोक निर्माण विभाग के सिविल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर को यह आदेश दिया था। सीबीआई पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुकी है कि घटनास्थल से सबूत गायब हो गए हैं, जिससे घटनास्थल को तोड़ने के निर्देश की प्रासंगिकता बढ़ गई है।

मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक विवाद

इस पत्र के वायरल होने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी और पुलिस पर सवाल उठने लगे हैं। बीजेपी का आरोप है कि कॉलेज प्रशासन और राज्य सरकार ने इस घटना को छुपाने की कोशिश की है। 9 अगस्त 2024 को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में नाइट ड्यूटी के दौरान महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की गई थी। इस मामले में अन्य डॉक्टरों के प्रदर्शन को उपद्रवियों द्वारा डराया-धमकाया गया और अस्पताल में तोड़फोड़ भी हुई थी।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

RG कर मेडिकल कॉलेज रेपकांड क्या है?

RG कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या का मामला सामने आया है। यह घटना 9 अगस्त 2024 को हुई थी।

संदीप घोष पर कौन-कौन से आरोप लगाए गए हैं?

संदीप घोष पर आरोप है कि उन्होंने सबूत नष्ट करने की कोशिश की। विशेष रूप से, आरोप है कि उन्होंने घटना के अगले दिन अस्पताल के सेमिनार हॉल में तोड़फोड़ और मरम्मत का आदेश दिया था।

बीजेपी का इस मामले में क्या कहना है?

बीजेपी के अनुसार, संदीप घोष ने रेप की घटना के अगले दिन सेमिनार हॉल में रेनोवेशन का आदेश दिया था, जो कि हत्या के स्थान के पास स्थित था। बीजेपी ने इसे सबूत नष्ट करने की कोशिश के रूप में देखा है।

वायरल पत्र में क्या जानकारी है?

वायरल पत्र में संदीप घोष द्वारा रेनोवेशन का आदेश देने की बात की गई है। पत्र में बताया गया है कि उन्होंने लोक निर्माण विभाग को टॉयलेट रेनोवेशन की अनुमति देने का अनुरोध किया था और नए टॉयलेट रूम बनाने के निर्देश दिए थे।

सीबीआई की क्या टिप्पणी है?

सीबीआई ने पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि घटनास्थल से सबूत गायब हो गए हैं। इस परिप्रेक्ष्य में, घटनास्थल के तोड़फोड़ और मरम्मत के आदेश को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

इस मामले में मीडिया रिपोर्ट्स ने क्या कहा है?

कई मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि संदीप घोष ने घटनास्थल के पास मरम्मत कार्य का आदेश दिया, जिससे साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की संभावना बढ़ गई है।

निष्कर्ष

RG कर मेडिकल कॉलेज रेपकांड एक गंभीर और संवेदनशील मामला है, जिसमें पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर सबूत नष्ट करने के आरोप लगाए गए हैं। घटना के तत्काल बाद रेनोवेशन का आदेश देने का आरोप राजनीतिक और मीडिया के बीच चर्चाओं का केंद्र बन गया है। सीबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, घटनास्थल से सबूत गायब हो चुके हैं, जो इस मामले को और भी जटिल बनाता है।

बीजेपी और अन्य राजनीतिक दल इस मामले को छुपाने की कोशिशों के रूप में देख रहे हैं, जबकि पुलिस और सीबीआई जांच में जुटी हैं। मामले की सटीकता और कानूनी कार्रवाई की दिशा अब जांच एजेंसियों और न्यायपालिका पर निर्भर है। इस बीच, इस तरह के मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि न्याय की प्रक्रिया निष्पक्ष और प्रभावी तरीके से पूरी हो सके।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *