हेयर ड्रेसर से जूनियर आर्टिस्ट तक: मलयालम इंडस्ट्री में लड़के भी शिकार, अभिनेत्री ने खुलासा किया – 11वीं में थी जब अकेले कमरे में ले गया था डायरेक्टर

Joseph L. Crain
Joseph L. Crain

अगस्त 2024 में हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में तूफान मच गया। केरल जूनियर की फिल्मी दुनिया से जुड़े कलाकारों के यौन शोषण, उत्पीड़न, छेड़छाड़ और कास्टिंग काउच के मामलों का खुलासा होने लगा है। अब तक लगभग दो दर्जन मामलों का पता चल चुका है, और इस रिपोर्ट में कई कलाकारों ने अपने उत्पीड़न की कहानी साझा की है।

Table of Contents
आपबीती नंबर-1: 11वीं की छात्रा से प्रोड्यूसर ने माँगा सेक्सुअल फेवरआपबीती नंबर 2: जयसूर्या ने अपनी ओर खींचा, मना करने पर इंडस्ट्री से हुई बैनआपबीती नंबर 3: डायरेक्टर रंजीत ने की ‘कुकर्म’ की कोशिशआपबीती नंबर 4: बेटी बोलकर डायरेक्टर ने बनाया सेक्स स्लेवअक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच की घटनाएं कितनी आम हैं?हाल ही में किस अभिनेत्री ने अपने साथ हुए यौन शोषण का खुलासा किया?सौम्या ने डायरेक्टर के बारे में क्या खुलासा किया?क्या कोई अन्य पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा किए हैं?मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?क्या इन खुलासों के बाद कुछ कार्रवाई की गई है?निष्कर्ष

रिपोर्ट के सार्वजनिक होने के बाद, कुछ कलाकार खुलकर सामने आए और आरोपितों को सार्वजनिक रूप से उजागर किया। इनमें वे नाम शामिल हैं जो फिल्म इंडस्ट्री के प्रमुख चेहरों के रूप में जाने जाते थे, जैसे कि निर्देशक रंजीत, प्रोड्यूसर वीनू, और बड़े अभिनेता जयसूर्या और सिद्दीकी।

इस बीच, भास्कर की पत्रकार शिवांगी सक्सेना ने केरल की यात्रा की और कई पीड़ितों की दास्तान अपनी रिपोर्ट के माध्यम से साझा की। पीड़ितों ने बताया कि उत्पीड़कों के सामने न झुकने और उनके साथ न सोने के कारण उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से बाहर कर दिया गया। चूंकि ये मामले यौन उत्पीड़न से जुड़े हैं, इसलिए पीड़ितों के नाम बदले गए हैं। ऑपइंडिया इन पीड़ितों की कहानियों को आपके सामने पेश कर रहा है।

आपबीती नंबर-1: 11वीं की छात्रा से प्रोड्यूसर ने माँगा सेक्सुअल फेवर

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री की एक्ट्रेस और स्क्रीन राइटर वेदिका (परिवर्तित नाम) ने बताया कि साल 2004 में, जब वह सातवीं कक्षा में थी, तब एक चाइल्ड एक्ट्रेस के रोल के लिए अपने पिता के साथ ऑडिशन में गई थी। वहाँ एक असिस्टेंट डायरेक्टर ने उन्हें फुसलाया और फिर उनके साथ रेप की कोशिश की। किसी तरह वह बचकर भागी और अपने पिता को बताया, जिसके बाद उनके परिवार ने उन्हें एक्टिंग से दूर रहने की हिदायत दी।

फिर जब वे 11वीं कक्षा में थीं, तो उन्होंने सुना कि फिल्म प्रोड्यूसर वीनू नए चेहरों की तलाश कर रहे थे। किसी संपर्क के जरिए वीनू से संपर्क किया गया, और वह सीधे एक्ट्रेस के घर पहुंच गए। कुछ सीन की एक्टिंग के ट्रायल के बाद, प्रोड्यूसर वीनू ने उन्हें उनके माता-पिता के सामने से दूसरे कमरे में ले जाकर फिल्म में काम देने के बदले सीधे सेक्सुअल फेवर की मांग की।

वेदिका ने अपनी आपबीती हेमा कमेटी के सामने भी साझा की। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपने माता-पिता को वीनू की सेक्सुअल डिमांड के बारे में बताया, तो उन्हें अपनी बेटी पर विश्वास ही नहीं हुआ। वीनू ने उनके पिता पर दबाव डाला, लेकिन वेदिका ने इनकार कर दिया। इसके बाद, इंडस्ट्री में करीब 9 फिल्मों में काम करने के बाद वेदिका ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी, पढ़ाई की और शादी कर ली। कई सालों बाद, जब वह डिप्रेशन में चली गईं, तो डॉक्टरों की सलाह पर 2018 में इंडस्ट्री में स्क्रीन राइटर के तौर पर वापसी की, लेकिन एक्टिंग के सपने को छोड़ दिया।

वेदिका ने कहा, “अब कास्टिंग काउच का तरीका बदल रहा है। पहले आपको तारीफों के पुल बांधते हैं और बड़े-बड़े सपने दिखाते हैं, और जब आप इन सपनों में खो जाते हैं, तो पूरा करने के लिए सेक्सुअल फेवर मांगते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि एक बार फायदा उठा लेने के बाद, कोई एक्टर या डायरेक्टर पलटकर भी नहीं देखता और न ही फोन उठाता है।

वेदिका अब केरल की फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था वूमेन कलेक्टिव इन सिनेमा (CWW) से जुड़ी हैं। इस संस्था का गठन 2017 में मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार दिलीप द्वारा अभिनेत्री भावना पर हमला करवाने के मामले के बाद हुआ था। यह संस्था महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाती रही है। इसी संस्था की मांग पर केरल सरकार ने हेमा कमेटी का गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट अब सामने आई है और इसने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के अंधेरे पक्ष को उजागर किया है। हालांकि, वेदिका ने यह भी बताया कि जब उन्होंने वूमेन कलेक्टिव इन सिनेमा के साथ जुड़ने का निर्णय लिया, तो इंडस्ट्री ने उन्हें लगभग बहिष्कृत कर दिया।

चौंकाने वाली बात यह है कि अभिनेत्री भावना, जिसे दिलीप ने हमले का शिकार बनाया था, को मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से 5 सालों तक दूर रहना पड़ा, जबकि जेल से बाहर आने के बाद दिलीप ने एक से बढ़कर एक बड़ी फिल्में कीं। जेल में कुछ दिन बिताने के अलावा उसका कुछ नहीं बिगड़ा, और इंडस्ट्री में ब्लैकलिस्ट होने की बातों के बावजूद, वह फिर से उसी ताकत के साथ काम कर रहा है। वहीं, करीब 5 साल बाद इंडस्ट्री में वापसी करने वाली भावना केवल 2 फिल्में ही कर पाई।

आपबीती नंबर 2: जयसूर्या ने अपनी ओर खींचा, मना करने पर इंडस्ट्री से हुई बैन

जूनियर आर्टिस्ट संजना ने हेमा कमेटी की रिपोर्ट के सामने आने के बाद मीडिया के सामने अपनी परेशानियों को खुलकर बताया है। उन्होंने बड़े अभिनेता जयसूर्या की सच्चाई उजागर की है। संजना ने डेढ़ दशक से फिल्म इंडस्ट्री में काम किया है और उनकी पहली फिल्म साल 2012 में रिलीज हुई थी। 2013 में, जब वे डायरेक्टर अविरा रिबेका की फिल्म पिगमैन की शूटिंग कर रही थीं, तब डायरेक्टर ने उन्हें जयसूर्या और एक्ट्रेस राम्या नसीबन से मिलवाया। फिल्म में ये दोनों लीड रोल में थे। इसके बाद जो कुछ भी संजना के साथ हुआ, वह बेहद परेशान करने वाला रहा।

संजना ने बताया, “एक दिन जब मैं मेकअप के बाद सेट पर जा रही थी, जयसूर्या ने मुझे अपनी ओर खींच लिया। मैं रोने लगी और उसे धक्का दिया, तब उसने मुझे छोड़ा। लेकिन वह अपनी तारीफों के जरिए मुझे फँसाने की कोशिश करता रहा। उसने कहा कि वह मुझे पसंद करता है और ‘आई लव यू’ भी कहा, जबकि वह शादीशुदा था।” संजना ने कहा कि उन्होंने इस घटना के बारे में अपने पति को भी बताया, लेकिन पति ने कहा कि जयसूर्या एक बड़ा आदमी है, हम कुछ नहीं कर सकते।

इस घटना के बाद संजना को काम मिलना बंद हो गया। 2018 में, जब उन्हें फिल्म वासवदता के लिए चुना गया और पोस्टर भी जारी किए गए, तब एक प्रोड्यूसर ने उनके साथ ‘एडजस्टमेंट’ की बात की। संजना ने कहा, “इंडस्ट्री में 2013 की घटना के बाद से काम मिलना बंद हो गया। मेरे पति की 2015 में मौत हो गई। मुझे उम्र का बहाना बना कर फिल्मों से बाहर कर दिया गया। लेकिन वासवदता फिल्म के प्रोड्यूसर ने मुझसे सोने का ऑफर दिया। मैंने मना कर दिया और इसके बाद मुझे यह कहकर निकाल दिया गया कि मैं रोल के लिए फिट नहीं हूँ।”

संजना ने सुपरस्टार ममूटी से जुड़ा एक किस्सा भी साझा किया। उन्होंने बताया, “साल 2019 में डायरेक्टर बलसि थॉमस ममूटी के साथ फिल्म बना रहे थे और मुझे उनके साथ काम करने का सपना था। मुझे फिल्म में कैंसर के मरीज का रोल करना था। मुझे वजन घटाने का टारगेट दिया गया, लेकिन मैंने खूब मेहनत की फिर भी वजन कम नहीं हुआ। मैंने 2-3 सर्जरी कराई, पेट से फैट निकाला और ब्रेस्ट की भी सर्जरी हुई, लेकिन फिर भी मेरे हाथ से रोल निकल गया। सर्जरी के साइड इफेक्ट्स मैं आज तक झेल रही हूँ।”

आपबीती नंबर 3: डायरेक्टर रंजीत ने की ‘कुकर्म’ की कोशिश

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में स्ट्रगल कर रहे एक्टर्स के साथ अक्सर बुरा व्यवहार किया जाता है। आसिफ नामक एक्टर ने इस इंडस्ट्री में अपने अनुभवों को साझा किया है। उन्होंने बताया कि वह सिनेमा की दुनिया में कदम रखने से पहले ही कास्टिंग काउच का शिकार हो चुके थे, और उनका शिकार करने वाला कोई और नहीं, बल्कि मलयालम इंडस्ट्री के प्रमुख डायरेक्टर्स में से एक रंजीत थे। उल्लेखनीय है कि रंजीत हाल ही में मलयालम सिनेमा से जुड़ी सरकारी संस्थान चित्रलेखा के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं, यौन शोषण के आरोपों के कारण।

आसिफ ने बताया, “साल 2012 में, जब मैं रंजीत की फिल्म की शूटिंग देखने गया था, तो रंजीत की नजर मुझ पर पड़ गई। एक क्रू मेंबर के सहारे, रंजीत ने मुझे बुलाया और फिल्म में रोल देने की पेशकश की। उस क्रू मेंबर ने मुझे ऑडिशन के लिए रंजीत के होटल में छोड़ दिया। वहां, रंजीत ने अपना नंबर टिश्यू पेपर पर लिखा और कहा कि सिर्फ मैसेज करना, कॉल नहीं। फिर, रंजीत ने मुझे बेंगलुरु बुलाया और होटल में सीढ़ियों के रास्ते से चौथे फ्लोर पर ले गया, क्योंकि होटल स्टाफ ने सामने से एंट्री देने से मना कर दिया।”

आसिफ ने आगे कहा, “रंजीत ने मुझसे कपड़े उतारने को कहा और कहा कि वह मेरी बॉडी देखना चाहते हैं। उन्होंने मेरी तारीफ की और मुझे गलत तरीके से छूने लगे। उन्होंने जबरदस्ती मेरे कपड़े उतरवाए और तस्वीरें खींचकर एक एक्ट्रेस को भेज दीं।” आसिफ ने बताया कि उन्होंने साल 2015 में मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) में रंजीत की शिकायत की थी, लेकिन जनरल सेक्रेटरी एडवेला बाबू ने भी उन्हें धोखा दिया। जब आसिफ ने कोच्चि जाने से मना किया, तो उन्होंने अपनी आपबीती सार्वजनिक करने का फैसला किया।

भास्कर की रिपोर्ट में मेकअप आर्टिस्ट को इंडस्ट्री से बैन करने की एक और दुखद कहानी साझा की गई है। विद्या नाम की एक्ट्रेस ने भी अपने अनुभव साझा किए हैं। विद्या ने एक्टर एलिन्सियर लोपेज पर यौन हमले का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है। विद्या ने बताया कि लोपेज ने साल 2018 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान रात के समय उनके कमरे में घुसकर शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। जब विद्या ने विरोध किया, तो उन्हें काम मिलना बंद हो गया और एफआईआर दर्ज कराने के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर निशाना बनाया गया।

कई पीड़ितों ने यह भी बताया है कि उनका पीछा सड़कों पर किया जाता है और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखी जाती है। इंडस्ट्री में एजेंट्स की भरमार है, जो नए शिकार को ढूंढते रहते हैं और उन्हें अपने चंगुल में फंसाने का मौका तलाशते हैं।

आपबीती नंबर 4: बेटी बोलकर डायरेक्टर ने बनाया सेक्स स्लेव

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन और मानसिक शोषण की घटनाओं की कहानियां दिनों-दिनों बढ़ती जा रही हैं। हाल ही में, एक्ट्रेस सौम्या ने एक इंटरव्यू में अपने बचपन के अनुभवों का खुलासा किया, जो दिल दहला देने वाला है। सौम्या ने बताया कि 18 साल की उम्र में एक डायरेक्टर ने उन्हें अपनी फिल्म में काम देने का वादा किया था। डायरेक्टर और उसकी पत्नी ने सौम्या के पेरेंट्स के साथ फिल्मों में जाने की जिद की और सौम्या को ‘अपनी बेटी’ कहकर बुलाया, लेकिन अकेले में डायरेक्टर ने उन्हें यौन शोषण का शिकार बनाया।

सौम्या ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “मैं 18 साल की थी और कॉलेज के पहले साल में थी। मेरे पेरेंट्स को फिल्मों के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। मुझे ये मौका कॉलेज के थिएटर कॉन्टैक्ट से मिला था।” सौम्या ने बताया कि डायरेक्टर और उसकी पत्नी ने उन्हें घर बुलाया और डायरेक्टर ने उनसे कहा कि वह उन्हें अपनी बेटी मानते हैं, लेकिन अकेले में डायरेक्टर ने उनका यौन शोषण किया और एक साल तक ये सब चलता रहा। उन्होंने बताया कि डायरेक्टर ने उनके प्राइवेट पार्ट में रॉड डालने की कोशिश की और कहा कि वह उनके साथ बच्चा करना चाहते हैं।

सौम्या ने कहा, “ये सब सहने के बाद मुझे शर्म की भावना से उबरने में 30 साल लगे। मैं सभी पीड़िताओं से अपील करती हूं कि वे अपनी शिकायतें दर्ज कराएं।” उन्होंने डायरेक्टर का नाम इंटरव्यू में नहीं बताया, लेकिन उनका कहना है कि वह जल्द ही केरल सरकार की बनाई स्पेशल पुलिस टीम के सामने उस शख्स की पहचान का खुलासा करेंगी।

फरवरी 2017 में मलयालम सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस भावना पर हमले की घटना भी सामने आई थी। हमले का आरोप मलयालम सिनेमा के सुपरस्टार दिलीप पर लगा था। भावना की सगाई आने वाली थी, लेकिन दिलीप ने ऐसा नहीं होने दिया। दिलीप को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था और कुछ ही महीनों में जमानत पर रिहा हो गया। भावना ने इस घटना के बाद 5 साल तक इंडस्ट्री से दूरी बनाई। दिलीप जेल से बाहर आने के बाद भी बड़ी फिल्में करता रहा।

इस घटना के बाद CWW नामक संगठन की स्थापना की गई थी और सरकार ने हेमा कमेटी का गठन किया था। हेमा कमेटी ने 2019 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी, लेकिन रिपोर्ट के बाहर आने में करीब 5 साल लग गए। रिपोर्ट में इंडस्ट्री के कई काले पन्ने खुलकर सामने आए हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच की घटनाएं कितनी आम हैं?

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच की घटनाएं एक गंभीर समस्या रही हैं। कई एक्ट्रेस और जूनियर आर्टिस्टों ने खुलासा किया है कि वे कास्टिंग काउच का शिकार हुए हैं, जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं।

हाल ही में किस अभिनेत्री ने अपने साथ हुए यौन शोषण का खुलासा किया?

हाल ही में एक्ट्रेस सौम्या ने अपने साथ हुए यौन और मानसिक शोषण का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जब वे 18 साल की थीं, तो एक डायरेक्टर ने उन्हें फिल्म के लिए काम देने का वादा किया और फिर यौन शोषण किया।

सौम्या ने डायरेक्टर के बारे में क्या खुलासा किया?

सौम्या ने बताया कि डायरेक्टर ने उन्हें अपनी बेटी मानकर बुलाया लेकिन अकेले में उनके साथ शोषण किया। उन्होंने ये भी कहा कि डायरेक्टर ने उन्हें यौन शोषण के बाद शर्मिंदगी से उबरने में 30 साल लग गए।

क्या कोई अन्य पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा किए हैं?

जी हां, कई अन्य पीड़ितों ने भी अपने अनुभव साझा किए हैं। उदाहरण के तौर पर, एक्ट्रेस संजना और आसिफ नाम के जूनियर आर्टिस्ट ने भी कास्टिंग काउच और यौन शोषण के अनुभव बताए हैं। संजना ने एक्टर जयसूर्या और प्रोड्यूसर द्वारा की गई शोषण की घटनाओं का खुलासा किया, जबकि आसिफ ने डायरेक्टर रंजीत के खिलाफ शिकायत की है।

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण से निपटने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण से निपटने के लिए कई संगठन और समितियाँ बनी हैं। CWW (वूमेन कलेक्टिव इन सिनेमा) और हेमा कमेटी जैसे संगठन महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा के लिए काम कर रहे हैं। इन समितियों की रिपोर्टों और जांच के बाद कुछ कदम उठाए गए हैं, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है।

क्या इन खुलासों के बाद कुछ कार्रवाई की गई है?

हां, कई मामलों में जांच हुई है और कुछ आरोपियों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है। हालांकि, कई मामलों में आरोपियों को तुरंत सजा नहीं मिली, और उन्हें इंडस्ट्री में काम करने की छूट मिली है।

निष्कर्ष

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण और कास्टिंग काउच की घटनाएं गंभीर और चिंताजनक हैं। हाल के खुलासों से यह स्पष्ट हो गया है कि इस इंडस्ट्री में बड़े नाम और शक्तिशाली लोग भी इस कुप्रथा में शामिल हैं, जिससे पीड़ितों को मानसिक और शारीरिक रूप से गंभीर नुकसान हुआ है।

एक्ट्रेस सौम्या, संजना, आसिफ, और अन्य पीड़ितों ने अपने अनुभव साझा करके इस मुद्दे को उजागर किया है, जिससे यह साबित होता है कि इंडस्ट्री में सुधार की आवश्यकता है। इन खुलासों के बावजूद, पीड़ितों को न्याय और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई चुनौतियाँ बनी हुई हैं।

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