“क्रिकेट मैच और पार्किंग विवाद: वामपंथी मीडिया ने हिन्दू-मुस्लिम रंग दिया, पुलिस ने दावे खारिज किए, युवक की मौत”

Joseph L. Crain
Joseph L. Crain

हाल ही में गुजरात के आणंद जिले में एक पार्किंग विवाद के दौरान एक मुस्लिम युवक की मौत हो गई। यह विवाद क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान बाइक की पार्किंग को लेकर हुआ था। इस घटना को वामपंथी मीडिया जैसे द वायर, मकतूब मीडिया, कश्मीरियत और क्विंट ने हिन्दू-मुस्लिम विवाद के रूप में पेश किया, जबकि पुलिस ने इन दावों को खारिज कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है और वामपंथी मीडिया के दावों को नकारा है।

22 जून 2024 को, सलमान वोहरा नामक 23 वर्षीय युवक की मौत हुई। वह आणंद के चिखोदरा में एक क्रिकेट टूर्नामेंट देखने आया था, जहाँ पार्किंग को लेकर उसके साथी इमरोज अब्दुल रहीम का विवाद हुआ। विवाद ने जल्दी ही हिंसक रूप ले लिया और दोनों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। सलमान ने इमरोज की तरफ से बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन आरोपितों ने उसे क्रिकेट बैट और धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिससे उसकी गंभीर चोटें आईं। सलमान को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

इमरोज ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज करवाई है, जिसके आधार पर 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पहले 7 लोगों को पकड़ा गया था, और बाद में 2 और गिरफ्तार हुए। दो आरोपी अभी भी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है। पुलिस ने आरोपितों को कोर्ट में पेश किया, जहाँ से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ IPC की धारा 143, 147, 148, 149, 302, 324, 323 और 504 के तहत मामला दर्ज किया है।

पार्किंग विवाद को हिन्दू-मुस्लिम विवाद बताने लगा वामपंथी मीडिया

इस घटना के बारे में वामपंथी मीडिया पोर्टल्स जैसे द वायर, द क्विंट, मकतूब मीडिया और कश्मीरियत ने झूठ फैलाने का प्रयास किया। इन्होंने पूरी घटना को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की। इन मीडिया पोर्टल्स ने आरोप लगाया कि घटना से पहले हिंदुत्व समर्थक मुस्लिम खिलाड़ियों से नाराज थे क्योंकि वे अच्छा खेल रहे थे, और इसी कारण उन्होंने एक मुस्लिम युवक की हत्या कर दी। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि हिंदू भीड़ मैच के दौरान ‘जय श्री राम’ के नारे लगा रही थी।

मीडिया के दावे फर्जी: डिप्टी एसपी

ऑपइंडिया ने इस घटना की सच्चाई जानने के लिए पूरी कोशिश की। ऑपइंडिया ने आणंद के DSP जयेश पांचाल से संपर्क किया और घटना के बारे में जानकारी प्राप्त की। DSP पंचाल ने स्पष्ट किया, “मीडिया जिस सांप्रदायिक एंगल की बात कर रही है, वह पूरी तरह गलत है। घटना के बाद पुलिस लगातार जांच कर रही है। हमने गिरफ्तार आरोपितों से पूछताछ की है और उन्होंने ऐसी किसी भी बात से इनकार किया है। घटना के दौरान मैदान में मौजूद लोगों के बयान भी लिए गए हैं और किसी ने अपने बयान में ऐसा कुछ नहीं कहा।”

उन्होंने आगे बताया कि शिकायतकर्ता ने भी FIR में ऐसी कोई बात नहीं कही है। जय श्री राम और हिंदू भीड़ के दावों पर भी उन्होंने इनकार किया। DSP पंचाल ने स्पष्ट किया कि उनकी जांच में कोई ऐसा तथ्य सामने नहीं आया है। यह केवल बाइक पार्किंग को लेकर हुआ एक विवाद था, जो हिंसक हो गया और जिसमें युवक की मौत हो गई। मीडिया में किए गए सभी दावे फर्जी हैं।

घटना में कोई साम्प्रादायिक एंगल नहीं: स्थानीय मुस्लिम नेता

डिप्टी एसपी से बातचीत के बाद, ऑपइंडिया ने स्थानीय मुस्लिम नेता इस्माइल भाई से भी संपर्क किया। इस्माइल भाई ने कहा, “मैच के दौरान लगाए गए नारों का हत्या से कोई संबंध नहीं है। इस पूरी घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है। जो हुआ है, वह बहुत गलत है। मृतक की हाल ही में शादी हुई थी। हमलावरों ने उसे गुर्दे में मारा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हम सभी चाहते हैं कि जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा मिले।”

सांप्रदायिक एंगल के बारे में पूछे जाने पर इस्माइल भाई ने कहा, “घटना बहुत बुरी और गंभीर है, लेकिन इसमें कोई सांप्रदायिक तत्व नहीं है। ऐसा कुछ दिखाई नहीं देता।”

इसके बाद, ऑपइंडिया ने एक अन्य स्थानीय व्यक्ति से नाम न छापने की शर्त पर बात की। उन्होंने बताया, “दोनों पक्षों के लोग घटना के समय मैदान में मौजूद थे। क्रिकेट मैच यहाँ अक्सर आयोजित होते हैं, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। जो लोग कह रहे हैं कि यह दो समुदायों के बीच का मामला है, वे पूरी तरह गलत हैं। यहाँ सभी लोग सद्भाव में रहते हैं। पूरा झगड़ा एक बाइक की पार्किंग को लेकर हुआ था। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है और मामला अब अदालत में है। हमें उम्मीद है कि अदालत न्याय करेगी और आरोपितों को दंडित करेगी।”

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

क्या यह विवाद वास्तव में हिन्दू-मुस्लिम सांप्रदायिक था?

नहीं, पुलिस और स्थानीय नेताओं ने इस घटना को पूरी तरह से पार्किंग विवाद बताया है। वामपंथी मीडिया द्वारा पेश किए गए सांप्रदायिक रंग को पुलिस ने खारिज कर दिया है।

घटना का कारण क्या था?

यह विवाद क्रिकेट मैच के दौरान बाइक की पार्किंग को लेकर हुआ था। पार्किंग को लेकर विवाद बढ़ गया और हिंसक रूप ले लिया, जिससे युवक की मौत हो गई।

क्या इस घटना में कोई सांप्रदायिक नारे लगाए गए थे?

डिप्टी एसपी और स्थानीय नेताओं ने इस दावे को खारिज किया है। उनके अनुसार, घटना के दौरान कोई सांप्रदायिक नारे नहीं लगाए गए थे और इस घटना में कोई सांप्रदायिक तत्व शामिल नहीं था।

घटना के बाद पुलिस ने क्या कार्रवाई की?

पुलिस ने इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों से पूछताछ की गई है और उनका बयान भी लिया गया है। मामले की जांच जारी है और आरोपितों को अदालत में पेश किया गया है।

मृतक का नाम और उम्र क्या थी?

मृतक का नाम सलमान वोहरा था और उसकी उम्र 23 वर्ष थी।

क्या घटना में शामिल लोगों को सजा मिली है?

पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है और मामला अदालत में चल रहा है। अदालत ही अंतिम निर्णय करेगी कि आरोपितों को सजा मिलेगी या नहीं।

क्या मीडिया द्वारा किए गए दावे सही थे?

पुलिस और स्थानीय नेताओं के अनुसार, मीडिया द्वारा किए गए सांप्रदायिक दावे गलत हैं। वास्तविकता यह है कि यह विवाद एक पार्किंग को लेकर था और इसमें कोई सांप्रदायिक पहलू नहीं था।

निष्कर्ष

गुजरात के आणंद जिले में हुए क्रिकेट मैच और पार्किंग विवाद को वामपंथी मीडिया द्वारा सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस और स्थानीय नेताओं की जांच और बयानों ने इस आरोप को खारिज कर दिया है। इस घटना का वास्तविक कारण पार्किंग को लेकर हुए विवाद था, जो हिंसक रूप ले लिया और युवक की मौत का कारण बना।

पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की है और 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। जांच जारी है और आरोपितों को अदालत में पेश किया गया है। स्थानीय समुदाय और अधिकारियों का कहना है कि घटना में कोई सांप्रदायिक तत्व शामिल नहीं था, और मीडिया द्वारा किए गए दावे पूरी तरह गलत हैं।

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